अविकानगर के पास एक नर्सिंग कॉलेज में मंगलवार को उस वक्त हंगामा शुरू हो गया जब नर्सिंग में अध्ययनरत प्रथम वर्ष के कुछ विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी नहीं किए गए। विद्यार्थियों ने प्रवेशपत्र नहीं दिए जाने की जानकारी मिलते ही हंगामा शुरू कर दिया तथा मौजूद अन्य स्कूल प्रशासन को अन्य विद्यार्थियों को प्रवेशपत्र वितरित नहीं करने दिए। गुस्साए विद्यार्थियों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नाराजगी प्रकट की व नारेबाजी शुरू कर दी। विद्यार्थियों ने नर्सिंग कॉलेज संचालक के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए तथा कहा कि समय से फीस जमा करवाने वाले लगभग 18 विद्यार्थी ऐसे है जिनको प्रवेश पत्र जारी नहीं किया गया है। कॉलेज प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों से कई तरह की जबरन वसूलियां की जा रही है। विद्यार्थियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कॉलेज प्रशासन द्वारा फीस के अतिरिक्त बस में यात्रा नहीं करने वाले विद्यार्थियों से भी जबरन शुल्क वसूली का खेल चला रखा है जिससे गरीब विद्यार्थियों से भी वाहन शुल्क के नाम पर खुली लूट मचा रखी है। विद्यार्थियों के हंगामे से कॉलेज प्रशासन सकते में आ गया तथा तत्काल निदेशक को मौके पर बुलाया गया जहां निदेशक डॉ. राकेश कुमार जैन ने विद्यार्थियों से समझाईश करते हुए जानकारी दी कि दो बार काउन्सलिंग के पश्चात रिक्त रही सीटों पर आगामी दिनों में परीक्षा आयोजित की जाएगी। जैन ने विद्यार्थियों से कहा कि केवल मालपुरा ही नहीं बल्कि अन्य स्थानों पर भी इस तरह की दिक्कत आ रही है। फैडरेशन के माध्यम से चिकित्सा मंत्री से इस पर चर्चा कर आदेश करवा लिए गए है। उन्होंनें बताया कि वर्तमान में परीक्षा में करीब 2600 विद्यार्थी परीक्षा देंगे जबकि दूसरे सत्र में इसी बैच के 2800 विद्यार्थी परीक्षा देंगे हालांकि किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा से वंचित नहीं रखा जाएगा तथा दोनों का परिणाम एक साथ घोषित किया जाएगा। निदेशक की समझाईश के बाद मामला शांत हुआ लेकिन विद्यार्थी निदेशक के जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे तथा तथ्य को लिखित में दिए जाने की मांग करते रहे।