भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् की क्षेत्रीय समिति संख्या 6 की छब्बीसवीं बैठक का किया आयोजन

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केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर द्वारा सस्थान के निर्देशक डॉ अरुण कुमार तोमर की अध्यक्षता में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली की क्षेत्रीय समिति संख्या 6 की छब्बीसवीं बैठक का आयोजन वर्चुअल मोड में किया गया। इस बैठक में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, कृषि विश्वविधालयों तथा राजस्थान, गुजरात, दादर और नगर हवेली एवं दमन और दीव के कृषि, बागवानी, पशुपालन व मतस्य विभाग के लगभग 200 अधिकारियों ने भाग लिया।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के महानिदेशक एवं कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग के सचिव डॉ त्रिलोचन महापात्र ने की। बैठक मुख्य अतिथि भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला की मोजुदगी में संपन्न हुई। कार्यक्रम में राजस्थान एवं गुजरात राज्य तथा दादर एवं नगर हवेली और दमन दीव केंद्र शासित प्रदेशों में कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन से जुडी समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई। राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री लाल चन्द कटारिया ने अपने संबोधन में राज्य के कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र में हुई प्रगति और किसानों के मुददों पर प्रकाश डाला। बैठक के दौरान, राजस्थान राज्य में कृषि एवं पशुपालन से सम्बंधित समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई । राजस्थान में पानी के सही प्रबंधन पर जोर दिया गया। मुख्य अतिथि ने खाद्य सुरक्षा अधिकार को नए अनुसंधान कार्यों से जोड़कर ओर सुदृढ़ करने पर जोर दिया। इस अवसर पर किसानों को रोग रोधी बीजों की आपूर्ति पर भी चर्चा की गई। राजस्थान पशुचिक्तिसा एवं पशुविज्ञान विश्वविधालय के कुलपति डा विष्णु शर्मा ने अपने विचार रखते हुए प्रदेश में पिछले वर्षों में मुर्गी पालन में त्वरित वृद्धि के बारे में बताया एवं प्रदेश में मुर्गी पालन नए अनुसन्धान के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के समन्वय इकाई खोले जाने का प्रस्ताव दिया। इसके अलावा नारी प्रजाति के मवेशी जो की पाली एवं सिरोही जिलों में प्रमुखता से पाये जाते है इनके विस्तृत अध्ययन पर चर्चा की गई। इन विषयों पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ त्रिलोचन महापात्र ने आगे चर्चा कर उचित करवाई का भरोसा दिलाया। सभा का आयोजन केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान ने किया। संस्थान निदेशक डॉ अरुण तोमर ने सदस्य सचिव के रूप में पिछली बैठक की सिफारिशों पर की गयी कार्यवाही की प्रगति रिपोर्ट प्रसतुत की जिसकी परिषद के महानिदेशक डा महापात्रा ने भरपूर सराहना की और कहा कि भविष्य में भी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत रहेगी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डा एस.पी. किमोथी, अतिरिक्त महानिदेशक , भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद एवं डा संजीव पंवार, प्रधान वैज्ञानिक का सहयोग रहा। धन्यवाद ज्ञापन डॉ बी एन त्रिपाठी, उप महानिदेशक, पशु विज्ञान, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली ने किया।

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