भेड़पालकों को उन्नत नस्ल मालपुरा एवं पाटनवाड़ी के 09 मेंढ़े व भेड़ दी गई

0
102

केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर में संचालित फार्मर फस्स्ट परियोजना के अन्तर्गत पशु स्वास्थ्य शिविर एवं किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें परियोजना के चयनित गांवों के लगभग 55 किसानों ने भाग लिया। प्रधान वैज्ञानिक एवं नोडल अधिकारी सोशल मिडिया डॉ. रमेश चन्द्र शर्मा ने बताया कि पशु स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से परियोजना से जुड़े लगभग 348 भेड़, बकरी एवं गाय-भैंसों का ईलाज किया गया एवं पशुपालकों को इनके स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी गई। संगोष्ठी कार्यक्रम में संस्थान निदेशक डॉ. अरूण कुमार तोमर ने किसानों को सम्बोधित करते हुये पशुपालकों को रेवड़ में उन्नत नस्लों के पशुओं को रखने के फायदे एवं किसानों को खेती में उन्नत किस्म के बीजों का महत्व बताया । परियोजना में चयनित गांवों के भेड़पालकों को उन्नत नस्ल मालपुरा एवं पाटनवाड़ी के 09 मेंढ़े व भेड़ दी गई। साथ ही 16 किसानों को फीडिंग ट्रफ एवं 25 किसानों को मूंग की उन्नत किस्म विराट के बीज वितरित किए गए। कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. राघवेन्द्र सिंह, डॉ. एस.आर. शर्मा, डॉ. एस.सी. शर्मा, डॉ. पी.के. मल्लिक, डॉ. एस. जे. पाण्ड्यान, डॉ. डी.के. शर्मा, डॉ. रंगलाल मीणा एवं पिल्लू मीना ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. एस.एस. डांगी एवं सह अन्वेषक, डॉ. एल.आर. गुर्जर के द्वारा किया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here