पचेवर कस्बे में हालत यह है कि 48 घण्टों में एक बार पेयजलापूर्ति की जा रही है वो भी कुछ मिनटों के लिए उस पर भी सितम यह है कि आए दिन कस्बे में जगह-जगह पाईप लाईट फटने अथवा क्षतिग्रस्त होने के कारण कई मौहल्लों में होने वाली पेयजलापूर्ति नहीं हो पाती है जिससे योजना का कार्य करवाए जाने के बावजूद आमजन हैरान-परेशान है। ग्रामीणों ने आए दिन होने वाली इस समस्या से निजात पाने के लिए मुख्यमंत्री सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को शिकायती पत्र प्रेषित कर पेयजल परियोजना की उच्चस्तरीय जांच करवाए जाने का निर्णय लिया है। सोमवार को जिन मौहल्लों में पेयजलापूर्ति होनी थी उन मौहल्लों में नलों से पानी नहीं टपकने पर मौहल्लेवासियों का पारा सातवां आसमान पर जा पहुंचा तथा आए दिन होने वाली इस कृत्रिम परेशानी से परेशान नागरिकों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को आडे हाथों लिया। दूरभाष पर मामले की जानकारी दिए जाने पर जलदाय विभाग मालपुरा की जेईएन तारा स्वामी मौके पर पहुंची। इधर पचेवर कस्बे में जिन मौहल्लों में मंगलवार को पानी की आपूर्ति की जानी थी उनमें पानी की आपूर्ति नहीं होने से उन मौहल्लों के नागरिक भी एक स्थान पर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। जेईएन तारा स्वामी ने कहा कि सोमवार को जिन मौहल्लों में पेयजलापूर्ति नहीं हो पाई थी पहले उन मौहल्लों में पेयजलापूर्ति की जाएगी तथा जिन मौहल्लों में मंगलवार को आपूर्ति होनी है उनमें बुधवार से आपूर्ति सुचारू की जाएगी। मंगलवार को सुबह नलों में पानी नहीं आने पर आक्रोशित लोग जलदाय विभाग के कार्यालय के बाहर पहुंचे तथा वंचित मौहल्लों में भी पेयजल आपूर्ति किए जाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। दूरभाष पर जेईएन तारा स्वामी ने बताया कि कस्बे के लगभग 1300 से अधिक उपभोक्ताओं को दो दिन में पांच लाख लीटर पेयजलापूर्ति की जाती है इस तरीके से एक दिन में करीब ढाई लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है। जो नियमानुसार उचित है परंतु फिर भी कई मौहल्लों के उपभोक्ता पानी की आपूर्ति से वंचित रहने पर भी बिलों का भुगतान कर रहे है कि कभी तो पानी मिलेगा।