बाबा रामदेव मंदिर शास्त्री नगर में संत रविदास जयंती का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ संत रविदास के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया। जयंती कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पूर्व पार्षद गजेन्द्र बोहरा ने कहा कि रविदास जी की जयंती समस्त भारतवर्ष में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। उन्होंने बताया कि रविदास का जन्म वाराणसी में हुआ था। वे एक समाज के गुरू ना होकर पूरी मानवता के लिए प्रेरणास्त्रोत थे। उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों एवं छूआछूत को समाप्त करने की अलख जगाई। इसिलिए इस दिन संत रविदास को याद करते हुए झांकियों एवं शोभायात्राओं का आयोजन किया जाता है जिससे समाज के लोग आज के दिन सत्य के मार्ग पर चलने का प्रण ले। नरेन्द्र फुलवारिया ने बताया कि भारत के कई संतो ने समाज में भाईचारा बढाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ऐसे संतो में संत रविदास का नाम अग्रणी पंक्ति में शामिल है। इनकी गणना भारत में नहीं अपितु विश्व के महान संतो में की जाती है। इन्हें संत शिरोमणि गुरू रविदास की उपाधि प्रदान की गई थी। इस अवसर पर हरिनारायण अणदोरिया, जितेन्द्र सुंकरिया, कमलेश तुणगारिया, श्रवण सांटीवाल, गोविन्द फुलवारिया, अरविन्द वर्मा आदि उपस्थित रहे।