पचेवर थाना क्षैत्र से निकल रही आईओसी पाइप लाइन मे सोमवार को अचानक आग लग जाने से हडकम्प मच गया। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस व विभाग के अधिकारियों ने दमकल व फायर फाइटर की मदद से आग पर काबू पाया। इस दौरान जिसे भी पाइप लाइन में आग लगने की सूचना मिली वह पाइप लाइन की ओर ही दौड़ पड़ा। जानकारी के अनुसार कस्बे से डिग्गी जाने वाले सड़क मार्ग पर मलिकपुर गांव के पास से होकर गुजर रही आईओसी पाइप लाइन पर किसी भी दुर्घटना की स्थिति की तैयारी को जांचने के लिए मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान पाइप लाइन में से आयल निकालने के दौरान स्थिति से निपटने की आपात तैयारियों की जांच की गई। विस्तृत जानकारी देते हुए आईओसी के एस ओ एम चमन लाल ने बताया कि मार्क ड्रिल का मुख्य उद्देश्य विभाग की आपात स्थिति की तैयारी को जांचने-परखने के साथ ही बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में अवगत कराना है। पाइप लाइन के चौकीदार द्वारा पैट्रोलिंग के दौरान एक खड्डे के नजर आने व उसको करीब से जाकर देखने पर पाइप लाइन में हुए छेद से तेल निकालने की आशंका हुई। इस पर चौकी दार द्वारा उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। इस परजांच दल द्वारा की गई जांच में चौकीदार से प्राप्त जानकारी सही पाई गई। पाइप लाइन को ठीक करने के लिए मेंटिनेस दल को अवगत कराया गया। इस पर मेंटिनेंस दल द्वारा पहले पाइप लाइन की जांच की गई तथा उसके बाद मसरू मशीन द्वारा पाइप लाइन से निकाले व जमीन पर फैले तेल का सोखकर एकत्रित किया गया। इसके पश्चात मरम्मत दल द्वारा लाइन को ठीक करने का कार्य किया जला रहा था, कि अचानक धुंआ के फैलन से एक व्यक्ति घायल हो गया। त्वरीत कार्यवाही के लिए तैयारी मालपुरा से आई चिकित्सा विभाग की एम्बूलेंस तथा बचाव दल द्वारा घायल कार्मिक को स्ट्रैक्चर नही होने पर हाथो की मदद से ही एम्बूलेंस में पहुंचाकर चिकित्सालय भेजा गया। इस दौरान मेडि़कल दल सम्मिलित आयुष चिकित्सक अब्दुल रऊफ नकवी, मेलनर्स ओमप्रकाश, राधेश्याम सैनी अलर्ट रहे। इस दौरान रिसाव के कारण फैल तेल से पाइप लाइन के पास जमा झाडिय़ों में आग लग जाने से एक बार पुन: हड़कम्प मच गया। आग की सूचना मिलने पर पहले तो फायर फाइटर व इसके पश्चात मालपुरा नगर पालिका से आई दमकल से आग पर काबू पाया गया। इस घटनाक्रम को देखकर लोगों ने एक बार तो सच में ही पाइप लाइन में आग लगने की बात को स्वीकार कर लिया। इसके पश्चात आईओसी पश्चिमी क्षैत्र के डीजीएम एम सुशील भाटी, डीजीएम ओ राजीव रंजन ने उपस्थित ग्रामीणों को सारी जानकारी विस्तार से देते हुए बताया कि मॉकड्रिल का मुख्य उद्देश्य दुर्घटना के दौरान अधिकारियों व कर्मचारियों में आपसी मारतम्य बनाने के साथ ही ग्रामीण क्षैत्र के लोगों को जागरूक करना है। इस प्रकार की घटना होने पर कभी भी घटनास्थल के पास नही जाए। जानकारी मिलते ही पुलिस व आईओसी के टोल फ्री नम्बर पर सूचना दे। अधिकारियों ने बताया कि आईओसी पाइप लाइन की लम्बाई 15 हजार किलोमीटर है। तकनिकी रूप से विभाग इतना सक्षम है कि किसी भी प्रकार से तेल चोरी का किए जाने वाले प्रयास की जानकारी महज पांच मिनिट में कन्ट्रोल रूम से लेकर सम्बंधित पांइट तक पहुंचाई जा सकती है। इसी के साथ पाइप लाइन की सप्लाई भी बंद कर दी जाएगी। परन्तु आम लोगों को जागरूक करने के साथ ही आईओसी लाइन को किसी भी प्रकार की होने वाली संभावित खतरे से बचाना ही मुख्य मकसद है। इस अवसर पर एएसआई गोपाल लाल मय जाप्ता भी उपस्थित रहे।