विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में आयोजित राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत गुरूवार को एलबेंडाजोल की टेबलेट का वितरण किया गया। इस अवसर पर सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों सहित मदरसों में भी चिकित्सा विभाग के प्रतिनिधियों की ओर से दवा का वितरण कर खुराक दी गई। आयुष चिकित्सक डॉ.नासिर ने बताया कि 3 से लेकर 19 वर्ष तक के बच्चों के पेड में कीडे होने की संभावना बनी रहती है जिससे वह अन्य रोगों से भी ग्रसित हो जाता है, जिसका सीधा प्रभाव मानसिक रूप से भी दिखाई देता है। संक्रमण के प्रभाव से भूख कम लगना, भोजन नहीं पचना, लगातार दस्त आदि लक्षण पेट में कीडे होने की निशानी है। इस रोग को स्थायी रूप से समाप्त करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से सभी देशेां में कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इसी क्रम में हमारे देश में भी राष्ट्रव्यापी अभियान चलाकर विद्यार्थियों के पेट को कीडे से मुक्त करने के लिए एलबेंडाजोल टेबलेट खिलाई जाती है।