विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल व जन-जन की आस्था के केन्द्र डिग्गी कल्याणजी की नगरी में आगामी 6 से 10 अगस्त तक आयोजित होने वाले लक्खी मेले में पहुंचने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बेहत्तर सुविधाएं उपलब्ध करवाने को लेकर गुरूवार को पंचायत समिति सभागार में जिला कलक्टर आर सी ढेनवाल व पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने संयुक्त बैठक ली। बैठक में पालिकाध्यक्ष आशा-महावीर नामा, एएसपी गोवर्धन लाल सौंकरिया, एसडीएम अजय कुमार आर्य, तहससीलदार औमप्रकाश जैन, विकास अधिकारी राजेश्वरी यादव, पालिका ईओं सीमा चौधरी, पुलिस उपाधीक्षक जयसिंह नाथावत, मालपुरा थानाधिकारी दलपत सिं, डिग्गी थानाधिकारी हीरालाल, जिला व उपखंडस्तरीय अधिकारियों सहित ट्रस्ट सदस्य व डिग्गी, धौली, चैनपुरा ग्राम पंचायत सरपंच व सचिव मौजूद रहे।
जिला कलक्टर आर सी ढेनवाल ने डिग्गी कल्याण के लक्खी मेले को श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक बताते हुए सभी अधिकारियों-कर्मचारियों से मुस्तैद रहकर मेले के दौरान दिए गए दायित्वों के निर्वहन करने के निर्देश दिए। मेले की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में विभागवार समीक्षा की गई व प्राप्त सुझावों को शामिल करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान अधिकारी-कर्मचारियो को पदयात्रियों की बेहत्तर सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास करना चाहिए। बैठक में लक्खी पदयात्रा संघ के अध्यक्ष एवं संचालक श्रीजी शर्मा, डिग्गी ठाकुर रामप्रताप सिंह, सरपंच प्रेमचन्द डांगी सहित अन्य भी मौजूद रहे। जलदाय विभाग के एईएन कोमल सिंह ने मेले से पूर्व यात्रा के मार्ग में आने वाले हैण्डपम्पों को दुरूस्त करने, पानी के टैंकरो में ब्लीचिंग पाउडर डालने सहित 24 घण्टे पेयजल की सुनिश्चतता किए जाने व एक टैंकर यात्रा के मार्ग में साथ रखने का भरोसा दिलाया। पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों को मेले से पूर्व डिग्गी की ओर आने वाले सभी मार्गो पर मरम्मत कार्य पूर्ण कर दुरूस्त करवाने के निर्देश दिए गए वहीं एएसपी सौंकरिया ने मेले के दौरान दुर्घटनाओ की रोकथाम के लिए सडक के दोनो ओर जंगल कटाई व रोशनी के पुख्ता प्रबंध किए जाने की ओर ध्यान आकर्षित किया। चिकित्सा विभाग की ओर से अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्साधिकारी को मेले के दौरान यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए 24 घण्टे दवाईयां एवं चिकित्सक मौजूद रखने सहित एम्बूलैंस व अलग-अलग स्थानों पर अस्थाई चिकित्सा कैम्प लगाए जाने के निर्देश दिए गए। चर्चा के दौरान दो चिकित्सकों एवं दो चिकित्साकर्मियों के डेपूटेशन पर होने की जानकारी सामने आने पर जिला कलक्टर ने प्रतिनियिुक्तियों को निरस्त कर अतिरिक्त चिकित्सक व चिकित्साकर्मी लगाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने मेले के दौरान डिग्गी पीएचसी पर महिला चिकित्सक भी तैनात रखने व मंदिर में स्टे्रचर व व्हील चैयर की संख्या बढाने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत प्रशासन को मेेले के दौरान अतिरिक्त सफाई कर्मचारी लगा कर सफाई पर विशेष निगरानी रखने व जगह-जगह कचरापात्र रखने के निर्देश दिए। एएसपी सौंकरिया ने मेले के दौरान श्रद्धालुओं, पदयात्रियों व आपराधिक तत्वों पर पैनी नजर रखने के लिए 850 पुलिस जवान, 50 होमगार्ड व अतिरिक्त सीसी टीवी कैमरे लगाए जाने की जानकारी दी। डिग्गी लक्खी मेले के सफल आयोजन के लिए पुलिसकर्मी तय प्वाईंट पर तैनात रहकर अपनी डयूटी को अंजाम देंगे। जिसमें सादा वर्दी में महिला पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे। एसपी सिद्धू ने आश्वस्त किया कि पुलिस की ओर से सतर्क रहकर चैन स्नैचिंग, पॉकेटमारी सहित अन्य घटनाओं पर सीसी टीवी कैमरों के जरिए विशेष निगरानी रखी जाएगी। विभिन्न स्थानों पर सीसी टीवी कैमरे लगाए जाने, अग्रिशमन की व्यवस्था, क्रैन, डिग्गी थाने के पास व जयपुर रोड पेट्रोल पम्प के पास पार्किंग की विशेष व्यवस्था किए जाने की जानकारी दी गई। विद्युत विभाग को मेले से पूर्व ढीले तारों की मरम्मत, ट्रासंफार्मर को उंचाई पर शिफ्ट किए जाने सहित अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की व्यवस्था रखने व मेले के दौरान विद्युत आपूर्ति को 24 घण्टे सुचारू रखने के निर्देश दिए गए। साथ ही यात्रा मार्ग में रोशनी के लिए मन्दिर ट्रस्ट द्वारा नुक्कड से डिग्गी तक लगी लाईटों की मरम्मत करवाकर उनको शुरू करवाए जाने के निर्देश दिए। परिवहन विभाग को सवारियों को वाहनों के उपर नहीं बैठाने की सख्ती से पालना किए जाने व वैशाली नगर व टोंक आगार से आए रोडवेज अधिकारियों को मेले में अतिरिक्त बसों की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए गए। चर्चा में मले के दौरान 24 घण्टे दूध की आपूर्ति बनाए रखने, मेले के दौरान तालाब के किनारे चेतावनीयुक्त बोर्ड, चैन लगाने, रस्सों की व्यवस्था, गोताखोरों की व्यवस्था रखने, डिग्गी के तालाब पर चौकीदार नियुक्त किए जाने, झुके व क्षतिग्रस्त पोलों को बदलने एवं ट्रासंफार्मरों को पर्याप्त उंचाई पर लगाने, पुराना बस स्टैण्ड पर कन्ट्रोल रूम स्थापित कर मेले में निगरानी रखने, अतिरिक्त सुलभ शौचालयों की व्यवस्था करने, मेले में महिला कॉस्टेबल, एनसीसी, स्काऊट व अन्य समाज सेवी संस्थानों की सहायता लेकर मेले की व्यवस्थाएं सुचारू बनाए रखने पर जोर दिया गया।