पुलिस व प्रशासन की ओर से की जा रही सख्ती के दौरान कई बार गलती से व्यापारी व आमजन को परेशानी से दो चार होना पडता है लेकिन आमजन को भी समझना होगा कि पुलिस व प्रशासन का इसमें कोई निजी स्वार्थ निहित नहीं है बल्कि वे आमजन की सुरक्षा के लिए ही खुद की जान जोखिम में डालकर अपनी डयूटी पर मुस्तैदी से खडे है। लॉकडाउन 2 के दौरान सरकार की ओर से प्राप्त निर्देशों की पालना में प्रात: 9 से दोपहर 12 बजे तक निर्धारित व्यापारियों को अपनी-अपनी दुकाने खोले जाने की अनुमति दी जा रही है तथा व्यापारी इस दौरान दुकाने खोल भी रहे है लेकिन सौशल डिस्टेंसिंग की पालना में कोताही नजर आने के बाद पुलिस की ओर से दो दिन से व्यास सर्किल से गांधीपार्क के बीच नो व्हीकल जोन बनाया गया है जिससे वाहनों की आवाजाही नहीं होने से आमजन को राहत मिल सके तथा लोग आसानी से सामान आदि की खरीद कर सके। गुरूवार व शुक्रवार को संजय मार्केट व सुभाष सर्किल इलाके में डीएसपी एवं पुलिसकर्मियों द्वारा बरती जा रही सख्ती के दौरान आमजन अथवा व्यापारियों के साथ मामूली कहासुनी हो गई। जिसको लेकर पालिकाध्यक्ष आशा-महावीर नामा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उपखंड कार्यालय में उपखंड अधिकारी डॉ. राकेश कुमार मीणा व डीएसपी चक्रवर्ती सिंह के समक्ष व्यापारियों ने अपना विरोध जताया कि पुलिस बेवजह सख्ती दिखाकर आमजन को भयभीत करने का प्रयास कर रही है एवं नो व्हीकल जोन की व्यवस्था से संतुष्ट नहीं है। इस पर डीएसपी राठौड ने कहा कि सख्ती के पीछे पुलिस का कोई निजी स्वार्थ नहीं है बल्कि उच्चाधिकारियों द्वारा प्राप्त निर्देशों की पालना के अनुसार ही प्रयास किया जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान दी जाने वाली छूट के दौरान लोग कम से कम बाहर निकले इस दौरान यदि गलती से किसी से दुव्र्यवहार अथवा सख्ती की शिकायत की जाती है तो इसे व्यक्तिगत अथवा गंभीरता से लेने की आवश्यकता नहीं है। डॉ.मीणा ने सभी व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों एवं प्रबुद्धजन से कहा कि पदों पर बैठे अधिकारियों को उच्चाधिकारियों से प्राप्त निर्देशों की पालना करनी पडती है तथा अपने आपको संक्रमित होने से बचाव करते हुए तनाव में अपने दायित्वों का निर्वहन करना पडता है जिसके दौरान छोटी-मोटी बाते हो जाती है जिसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। हमारा सौभाग्य है कि क्षेत्र में चिकित्सक, चिकित्साकर्मी सहित सभी अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैदी से अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे है एवं क्षेत्र में अभी तक किसी का पॉजीटिव नहीं होना हमारे लिए राहत की बात है। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी के खिलाफ संयुक्त रूप से कार्य करते हुए ही बचा जा सकता है जिसके लिए सरकारी एडवायजरी का पालन नितांत आवश्यक है। मौजूद व्यापारियों ने कृषि यंत्रों के कारखाने एवं दुकाने, इलैक्ट्रोनिक्स की दुकानों सहित अन्य दुकानों को भी अनुमति दिए जाने के बारे में चर्चा की। इस दौरान पालिकाध्यक्ष आशा-महावीर नामा, खुदरा विक्रेता संघ अध्यक्ष द्वारका प्रसाद आगीवाल, पूर्व उपप्रधान गोपाल गुर्जर, रामवतार जैन कडीला, सुनील परतानी, अमित सहित अन्य लोग मौजूद रहे।